*भारत को हर साल 10.7 लाख रुपए का घाटा*
नई दिल्ली:- भारत को वाहनों में प्रयोग होने वाले जीवाश्म ईंधन जनित वायु प्रदूषण से विभिन्न रूपों में लगभग 10.7 लाख करोड़ रुपये का सालाना आर्थिक नुकसान होने का अनुमान है। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत अग्रणी संस्था ग्रीनपीस की हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में जीवाश्म ईंधन के दुष्प्रभावों का जिक्र करते हुये बताया गया है कि जीवाश्म ईंधन जनित वायु प्रदूषण की कीमत, पूरी दुनिया को विभिन्न रूपों में चुकानी पड़ रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में वायु प्रदूषण के कारण प्रत्येक साल 10 लाख लोगों की मौत हो रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदूषण के कारण चीन को सालाना 64 लाख लाख करोड़, अमेरिका को 42 लाख करोड़ और भारत को 10.7 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। चीन और अमेरिका के बाद भारत, इस नुकसान का सामना कर रहा तीसरा सबसे बड़ा देश है।