*सुप्रीम कोर्ट में बैठे ब्राह्मणों ने कह दिया कि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है।*सुप्रीम कोर्ट को भी बनिया ब्राह्मणों में बांटना चाह रहे हो भाई इस मानसिकता से ऊपर उठो नहीं तो सब नष्ट हो जाएगा
👉 इस फैसले के खिलाफ बहुजन वर्ग के लोग देश भर में आंदोलन कर रहे है।
👉 दूसरी तरफ CAA और NRC के विरुद्ध भी पूरे देश में आंदोलन हो रहा है।
भाजपा सरकार के पास एससी, एसटी और ओबीसी को वेवकूफ बनाने का अब एक हीं रास्ता बचा है वो है "दंगा"।
याद कीजिए वर्ष 1992 को, जब आरक्षण के समर्थन में पूरे देश में आंदोलन हो रहा था तो भाजपा ने बाबरी मस्जिद ढहा कर दंगा का सूत्रपात किया था ।
नतीजा ये हुआ कि ओबीसी आरक्षण के लिए आंदोलन करने वाले लोग "जय श्री राम" का नारा लगाने लगे।
याद रखिए फिर से वही "प्रयोग" दुहराने की साजिश की जा रही है। धूर्तों के साजिश को समझिए और अपने आने वाली पीढ़ी के हक और अधिकार की लड़ाई लड़िए।
जिस दिन एससी,एसटी और ओबीसी इस साजिश को समझ जाएगा उसी दिन से 3% जनसंख्या वाले ब्राह्मणों की गुलामी से मुक्ति मिल जाएगी।
याद रखिए 3% वाले कपिल मिश्रा से किसी का गाजर भी उखरने वाला नहीं है। जब तक मिश्रा के बहकावे में आकर एससी,एसटी और ओबीसी दंगा करता रहेगा तब तक न्यायपालिका, कार्यपालिका और सरकार में बैठा मिश्रा आपके हिस्सेदारी को हड़पता रहेगा।
साजिश को समझिए और मिश्रा को दंगा करने दीजिए।
*यकीन मानिए, आप साथ नहीं गए तो मिश्रा जी को भागते वक्त अपने घर का रास्ता भी नही मिलेगा।*
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