जिस समय कुत्ता भौंक रहा हो ऐसा कोई महान कुत्ते का मास्टर ही हो सकता है जिसे पता लग जाए अब  गाली दे रहा हे ओर कब सम्मान में कसीदे पढ़ रहा है  कुत्ते की भाषा कुत्ता ही समझ सकता है अब ट्रंप ने पहले धमकी दी थी और अब सम्मान किया है इस भाषा को आम इंसान तो नहीं पहचान सकता क्योंकि कुत्ते की भाषा को कुत्ता ही समझ सकता है जिन लोगों ने उस समय समझा था के ट्रंप धमकी दे रहा है उन लोगों ने कैसे समझा के ट्रंप धमकी दे रहा है क्योंकि ट्रंप खालिस भोक्ता है कुत्ते का भोक्ति दफे क्या पता वह खुश है या क्रोधी है यह तो कोई समझदार कुत्ता ही समझ सकता है रही बात दवा देने की तो दवा वहीं पर काम करेगी जहां उसे दुआ के रूप में स्वीकार किया जाएगा ट्रंप की भाषा के कारण भारत की भेजी हुई दवा भी उनके कोई काम नहीं आएगी क्योंकि उनका भाव अहंकार का है और यह मूर्ख यह नहीं समझ पा रहा हे के यह 

जिस समय कुत्ता भौंक रहा हो ऐसा कोई महान कुत्ते का मास्टर ही हो सकता है जिसे पता लग जाए अब  गाली दे रहा हे ओर कब सम्मान में कसीदे पढ़ रहा है  कुत्ते की भाषा कुत्ता ही समझ सकता है अब ट्रंप ने पहले धमकी दी थी और अब सम्मान किया है इस भाषा को आम इंसान तो नहीं पहचान सकता क्योंकि कुत्ते की भाषा को कुत्ता ही समझ सकता है जिन लोगों ने उस समय समझा था के ट्रंप धमकी दे रहा है उन लोगों ने कैसे समझा के ट्रंप धमकी दे रहा है क्योंकि ट्रंप खालिस भोक्ता है कुत्ते का भोक्ति दफे क्या पता वह खुश है या क्रोधी है यह तो कोई समझदार कुत्ता ही समझ सकता है रही बात दवा देने की तो दवा वहीं पर काम करेगी जहां उसे दुआ के रूप में स्वीकार किया जाएगा ट्रंप की भाषा के कारण भारत की भेजी हुई दवा भी उनके कोई काम नहीं आएगी क्योंकि उनका भाव अहंकार का है और यह मूर्ख यह नहीं समझ पा रहा हे के यह यह खेल प्रकृति का है और प्रकृति अहंकारी का इंकार तोड़ने के लिए ही खेल रही है और अगर ट्रंप ने दवा लेने के लिए धमकी का प्रयोग किया है तो वह सीधा सीधा जान ले उसने पूरी अमेरिका के सर पर महाकाल को आमंत्रण दिया है आज नहीं तो कल इस बात का उसे अंदाजा लग जाएगा कि प्रकृति भावना को पकड़ती है भावना से ही चलती है भावना के अलावा प्रकृति को चलाने वाला कोई भी नहीं है भावना का संबंध भगवान से होता है और फिर प्रकृति का संबंध भावना से होता है उसके बाद पूरे संसार में क्रिया होने लगती है जो समझदार लोग यह समझ रहे हैं की करो ना वायरस फला जगह से उत्पन्न हुआ जगह से उत्पन्न हुआ उन्हें नहीं पता मूर्खों तुम्हारी घोषणा नहीं उसे उत्पन्न किया है बड़े लोगों की घोषणा सामान्य लोगों पर बहुत बड़ा असर करती है जो पदार्थ नहीं होता उस अवस्था में विश्वास की अवस्था में उस पदार्थ को भी निर्माण कर देता है जब उसका उनका भी पता लग जाए ऐसी प्रतिक्रिया होती है तो वह सब प्रतिक्रिया करते हुए उस पदार्थ का निर्माण कर देता है संसार बना है ऐसे ही मन की मूर्खता के कारण ही कोरोना जैसे तत्व का निर्माण हो जाता है और इसे नष्ट करने का भी जिस तरीके से जो चीज उत्पन्न हुई है उसका नष्ट होने का भी तरीका वही है यह कल्पना से उत्पन्न हुई अब कल्पना से ही जाएगी इसके अलावा इसका कोई उपाय नहीं है


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