कोरोनावायरस के बचपन को भारत ने खेलने कूदने का मौका नहीं दिया और वह धीमे-धीमे अपने जीवन को बढ़ाता हुआ जवानी में प्रवेश कर गया है जिसका मतलब है बच्चे के बचपन से जवानी की ऊर्जा 10 गुना अधिक होती है तो बचपन में कोरोनावायरस 2000/2200 को जीवन की हानि पहुंचा पाया है परंतु अब वह जवानी में प्रवेश कर गया है और 10 गुना पावरफुल हो चुका है देखो अब वह रफ्तार पकड़ता है तो 10 गुना पर जाकर आंकड़ा रुकेगा देखो क्या करता है कुदरत और कोरोना की जवानी भारत में कितनी सफल होती है जनता का जीवन का नुकसान करने में अगर जवानी में जय आंकड़ा 20000 पार कर गया तो फिर समझ लो कि निश्चित रूप में कोरोनावायरस अपना बुढ़ापा भारत में ही पूरा करके मरेगा जो जवानी से भी 10 गुना होगा क्रम सह 10 गुना बचपन से जवानी 10 गुनी जवानी से बुढ़ापा 10 गुना अगर ऐसा हुआ तो देश में कम से कम 20 से 22 लाख लोगों को लील सकता है कोरोनावायरस विज्ञान बहुत बड़ी चीज है मैं वैज्ञानिक नहीं हूं उन लोगों का तो अनुमान अद्भुत होता है परंतु मैं अपनी भावना के अनुसार जितना समझ रहा हु व्यक्तिगत रूप से उतना समझ कर लिख रहा हूं भारत ईशको अगर 20000 पर ना समेट पाया तो 20 लाख तक पहुंचने से भारत में कोरोनावायरस को कोई भी नहीं रोक पाएगा
कोरोनावायरस के बचपन को भारत ने खेलने कूदने का मौका नहीं दिया और वह धीमे-धीमे अपने जीवन को बढ़ाता हुआ जवानी में प्रवेश कर गया है जिसका मतलब है बच्चे के बचपन से जवानी की ऊर्जा 10 गुना अधिक होती है तो बचपन में कोरोनावायरस 2000/2200 को जीवन की हानि पहुंचा पाया है परंतु अब