*यूपी/हाथरस गैंगरेप केस :*
*सीबीआई के चार्जशीट में चारों आरोपियों के नाम*
*करीब दो हजार से अधिक पन्नों की चार्जशीट में हत्या, गैंगरेप व दलित उत्पीड़न का आरोप:*
बहुचर्चित हाथरस मामले में जांच कर रही सीबीआई ने शुक्रवार को चारों ही आरोपियों के खिलाफ हाथरस की एससीएसटी कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। करीब दो हजार से अधिक पन्नों की चार्जशीट में हत्या, गैंगरेप व दलित उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामले की अगली सुनवाई आगामी चार जनवरी को होगी। आरोप पत्र दाखिल करते समय पीड़िता का बड़ा भाई अपनी पत्नी के साथ कोर्ट में मौजूद रहा।
कोतवाली चंदपा के गांव बूलगढ़ी में 14 सितंबर को एक दलित युवती के साथ गैंगरेप की वारदात हुई। उसकी जान लेने की कोशिश हुई। पीड़िता के भाई की तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव के ही संदीप ठाकुर के खिलाफ जानलेवा हमला और छेड़छाड़ की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान पीड़िता ने अपने बयान में दुष्कर्म की बात कही। उसी आधार पर पुलिस ने संदीप, रवि, लवकुश और रामू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 29 सितम्बर को दिल्ली में पीड़िता की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। रात को गांव में उसका अंतिम संस्कार हुआ। उसे लेकर खूब बवाल हुआ था। परिजनों ने पुलिस पर जबरन अंतिम संस्कार कराने का आरोप लगाया। इसी मामले को लेकर एसपी, सीओ सहित पांच पुलिस कर्मी निलंबित हुए थे। प्रदेश सरकार ने इस मामले में एसआईटी गठित की। एसआईटी ने 17 दिन जांच की। इस बीच 11 अक्तूबर को सीबीआई मामले की जांच करने के लिए हाथरस आ गई। सीबीआई ने सीओ सादाबाद और चंदपा कोतवाली जाकर इस मुकदमे से जुड़े कागजात एकत्रित किए और उसके बाद अपनी जांच पड़ताल शुरू कर दी। सीबीआई ने इस केस को सुलझाने के लिए चारों आरोपियों के पॉलीग्राफ टेस्ट कराए। क्राइम सीन रिक्रियट किया। बीते बुधवार को हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई के दौरान सीबीआई ने 18 दिसम्बर को आरोप पत्र दाखिल करने की बात कही।
शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे सीबीआई की डिप्टी एसपी सीमा पाहुजा अपनी टीम के साथ कोर्ट पहुंची। उनके साथ टीम के करीब दस सदस्य मौजूद थे। सभी लोग विशेष न्यायाधीश एससीएसटी कोर्ट पहुंचे। न्यायाधीश बीडी भारती से मुलाकात की। आरोप पत्र अदालत में पेश किया। सीबीआई ने चारों आरोपियों को अपनी जांच में दोषी मानते हुए उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। इसमें गैगरेप, हत्या और दलित उत्पीड़न की धाराएं शामिल हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गैंगरेप और हत्या जैसे संगीन मामले में चार में से कौन-कौन आरोपी हैं। इसका पता आरोप पत्र के अवलोकन के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। दोनों पक्षों में से किसी के भी अधिवक्ता को आरोप पत्र के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं है। करीब सवा चार बजे सीबीआई आरोप पत्र दाखिल करने के बाद कोर्ट से रवाना हो गई।
पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता भागीरथ सिंह सोलंकी ने बताया कि सीबीआई ने करीब दो हजार से अधिक पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए चार जनवरी 2021 नियत की है। जल्द ही वह नकल सवाल दाखिल करेंगे