ममता बनर्जी के रोड शो में अचानक हुए हादसे को हमला करार देना ऐसा हो गया है जैसा अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मारना
यही कहावत चरितार्थ पश्चिम बंगाल में ममता दीदी के घटनाक्रम से हो रही है देखें इसका लोगों की भावनाओं पर कितना फर्क पड़ता है क्या वह वोट में परिवर्तित हो सकता है या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि बंगाल में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठना है परंतु फिलहाल तो ऐसा ही जच रहा है के जैसा अपने पैरों पर कुल्हाड़ी खुद ही मारना