पत्रकारिता एक जुनून ना कोई ओधा ना सत्ता ना सरकार हूं मैं एक पत्रकार हूं मेहरबान खान

 पत्रकारिता  एक जुनून है


पत्रकारिता कलम से जिम्मदारों को जगाने की जिद है । यह वह शौक है जो हर कोई नही कर सकता यह किसी कला से कम नहीं , एक अच्छा  कलमकार एक अच्छा कलाकार भी है। जो अपनी कला से परिवर्तन  के लिए तत्पर रहता है ...

*न कोई ओहदा,न सत्ता,न सरकार हूँ मैं।*

*पर कलम से दुनिया को जगा सकता हूँ.. पत्रकार हूँ मैं।*