प्राप्त समाचार के अनुसार आज अर्ली मॉर्निंग तिहाड़ जेल नंबर तीन मैं अंकित गुर्जर की हत्या
अंकित के परिजनों ने लगाया जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप डिप्टी जेलर नरेंद्र मीणा पर हत्या से पहले पीटने का आरोप लगाया है परिजन यह भी आरोप लगा रहे हैं कि जेल प्रशासन कैदियों पर दबाव बना रहा है कि इस हत्या को अपने ऊपर ले लो अंकित गुर्जर की हत्या इस जेल में पहली हत्या नहीं है इससे पहले 2019मे हरेंद्र सोलंकी चेयरमैन मलकपुर मिल पूर्व विधायक सतेंद्र सोलंकी के भाई की हत्या हो चुकी है जिसकी मजिस्ट्रेट जांच चल रही है आए दिन जेल में इस प्रकार हत्या होना जेल प्रशासन की तरफ संदिग्ध नजर डालने को मजबूर कर रहा है ऐसा क्या है जो एक के बाद एक हत्या हो रही है और हत्यारों का खुलासा भी नहीं हो पाता जेल के अंदर हत्याओं का खुलासा ना होना जेल प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह है और जांच का विषय है दिल्ली पुलिस के लिए भी गले की फांस बन गई है हत्या खोलें या जेल प्रशासन को बचाऐ अब देखना यह है कि दिल्ली पुलिस जेल प्रशासन पर नजरें इनायत रखता है या फिर निष्पक्ष जांच कर असली मुलजिम को सामने ला पाएगा जिसमें जेल प्रशासन पर परिजनों का सीधा आरोप है होना तो यह चाहिए के जिस नरेंद्र मीणा पर हत्या का आरोप लग रहा है सबसे पहले उसे पद से हटाया जाए फिर हत्या का मुकदमा दर्ज कर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए नरेंद्र मीणा के पद पर रहते निश्चित रूप से निष्पक्ष जांच नहीं की जा सकती जेल प्रशासन को भी संदेह के दायरे में रखते हुए निष्पक्ष जांच करनी चाहिए जिससे अंकित गुर्जर ही नहीं हरेंद्र सोलंकी आदि की हत्या के मामले को भी सुलझाया जा सकेदिल्ली पुलिस के अनुसार कब क्या हुवादिल्ली पुलिस में दो सगे भाइयों जो तिहाड़ जेल में ही बंद है उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जांच की जाएगी देखते हैं दिल्ली पुलिस निष्पक्ष जांच कर पाती है दिल्ली पुलिस देश की बहुत ही मजबूत सिविल फोर्स समझी जाती है और हत्यारा दिल्ली पुलिस के तुम मुझसे बचपाऐ ऐसा लगता तो नहीं देखिए क्या होता है हम इस घटना पर नजर गडाऐ रखेंगे
तिहाड जेल में पहले हरेंद्र सोलंकी आज अंकित गुर्जर की हत्या जेल प्रशासन पर सवालिया निशान