: रालोद हाईकमान का शामली में प्रश्न चौधरी को टिकट देना स्वागत योग्य भाग गया पार्टी का निष्ठावान कहने वाला कार्यकर्ता विजेंद्र मलिक जिनका मोबाइल नंबर भी हमेशा स्विच ऑफ रहता था क्या पार्टी कार्य करता ऐसे जनप्रतिनिधि कोई उम्मीद रख सकते हैं जिनका कभी मोबाइल नंबर ही नहीं खुलता हमेशा स्विच ऑफ रहता है लोग बताते हैं के बिजेंद्र मलिक का मोबाइल नंबर हमेशा स्विच ऑफ आता था
पार्टी हाईकमान ने निश्चित ही धरातल पर आकर पूरी जांच करने के बाद ही टिकट दिया होगा क्षेत्र के लोग बताते हैं बिजेंदर मलिक का मोबाइल नंबर कभी भी खुला नहीं रहता है कार्यकर्ता किससे बात करें विधायक होने के बाद भी क्या गारंटी है कि वह कार्यकर्ताओं को उपलब्ध होंगे आज जो लोग विरोध कर रहे हैं उनमें टिकट की दौड़ में लगे हुए लोग ही हैं मतदाता नहीं बंसल जी विरोध कर रहे हैं वह अपनी बिरादरी का हजार वोट भी दिलाने की स्थिति में नहीं थे रालोद का बिल्कुल ठीक निर्णय हैं पर्सन चौधरी जनता की पसंद भी है पार्टी की पसंद भी है और समर्थ भी है राजनीति दांवपेच का ही खेल है अंतिम समय पर सही निर्णय लेना होता है पार्टी ने सही निर्णय लिया जो स्वागत योग्य है
स्विच ऑफ को टिकट न देकर प्रसन्न चौधरी को टिकट देना जयंत चौधरी का कदम स्वागत योग्य