कया समझ पारहै हो मेरे आत्म जनो अबभी आप का राजा ऐक अदृश्य भयानक राक्षस से युद्ध का शंखनाद कर चुका है राजा की सेना भी पूरी तरह से सड़कों पर पुलिस डॉक्टर्स मीडिया जन समाजसेवी समाज के सुहदृ सभी एक राजा की सेना के सैनिक का काम कर रहे हैं परंतु जिनके लिए वह युद्ध लड़ रहे हैं वह जनता अब तक भी गफलत में है और इस गफलत का फायदा काल उठा लेना चाहता है काल भी अपने दल बल के साथ हमारे सिरों पर मंडरा रहा है बादल के रूप में आगे पढ़े आंखों देखे अपराध समाचार पत्र पर परंतु हम अपनी नंगी आंखों से उनके काल के योद्धाओं को नहीं देख पा रहे हैं इसलिए सामान्य रूप से उसके मुंह में जाने के लिए लालायित है अभी समय है अपने राजा और उसकी सेना पर विश्वास करो और राजा की पूरी सेना जो मीडिया के रूप में पुलिस के रूप में प्रशासन के रूप में डॉक्टर्स के रूप में और न जाने क्या-क्या रूप धारण करके काल को मात देने के लिए तत्पर हुए हैं आप उन्हें बढ़ाना चाहिए हौसला आप खुद ही काल की सेना के साथ खड़ा हो रहे हो आप देख नहीं रहे हो ताल कैसी कैसी रचना रच रहा है अब भी मान जाओ मैं सत्य कह रहा हूं आज रात अपने हृदय से राजा को विष्णु मांगते हुए और पुलिस प्रशासन और अन्य जो भी सहयोग कर रहे हैं उनको देवताओं की सेना मांगते हुए अपने भाव के द्वारा ना घबराते हुए अपनी सेना का हौसला बढ़ाओ ईशे ढोंग ना समझो एक बार भारत की जनता राजा को भगवान समझ कर जो वह चरित्र से सिद्ध भी कर रहा हे आप दिल से राजा को विष्णु और पुलिस प्रसासन आदि को देवताओं की सैना समझ कर तो देखो 24घंटे के भीतर काल की बादल रूपी सैना दुम दबा कर भाग जाएगी ऐक बार ईश बात पर विश्वास करके तो देखो यह आदित्य ही विष्णु रूप में प्रकट हो कर आकाश से काल की सैना को मार भगाऐगा आप को सोचना मात्र से कुछ ही समय के बाद आपको आकाश में सुर्य देव दहाड़ ने लगेगा एक बार विश्वास करो और खेल देखो ईश सामान्य से दिखने वाले राजा प्रभाव कोरोना सह नहीं पाऐगा घर के ही अन्दर रहते हुवे हरि ॐ तत्सत को मन ही मन गुजां कर के देखिए अगर असा ना हुवा तो 24 घंटे बाद मेरे कान पकड़ कर पुछना यह क्या हे हरि ॐ तत्सत
कया समझ पारहै हो मेरे आत्म जनो अबभी आप का राजा ऐक अदृश्य भयानक राक्षस से युद्ध का शंखनाद कर चुका है राजा की सेना भी पूरी तरह से सड़कों पर पुलिस डॉक्टर्स मीडिया जन समाजसेवी समाज के सुहदृ सभी एक राजा की सेना के सैनिक का काम कर रहे हैं परंतु जिनके लिए वह युद्ध लड़ रहे हैं वह जनता अब तक भी गफलत में है और इस गफलत का फायदा काल उठा लेना चाहता है काल भी अपने दल बल के साथ हमारे सिरों पर मंडरा रहा है बादल के रूप में आगे पढ़े आंखों देखे अपराध समाचार पत्र