उप मुख्यमंत्री जी आप अपनी जैसी गंदी बिरादरी में यानी राजनीति में पत्रकारों को आने की क्यों बद्दुआ दे रहे हो पत्रकार जहां है वही ठीक है और आप जैसे नेताओं को इतने ऊंचे पदों तक पहुंचाने वाले पत्रकारों को या सहयोग करने वाले पत्रकारों को पश्चाताप करना चाहिए अस्थाई पद पर इतराना बनता भी है उस कुदरत पर भरोसा रखो और 22 का इंतजार करो देखते हैं वह आपको राजनीति में रखते हैं या उसकी वही जाने