4 साल आंगनबाड़ी बेहाल बबीता चौधरी

 4 साल आंगनवाड़ी बेहाल - बबीता चौधरी


आज उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश महामंत्री श्रीमती बबीता चौधरी में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार 4 साल बेमिसाल का नारा देकर कार्यक्रमों पर करोड़ों का बजट खर्च कर रहे हैं वहीं उन्होंने कहा कि 4 साल आंगनवाड़ी  बेहाल का नारा देते हुए उन्होंने याद दिलाया कि 2017 में  4 साल पूर्व योगी सरकार ने सत्ता संभाली, और उन्होंने कहा। कि हम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानजनक मानदेय 120 दिन में देंगे। लेकिन आज योगी सरकार को 14 60 दिन पूरे हो गए। उस समय में जब योगी सरकार ने 120 दिन पूरे किए , और अपना वादा पूरा नहीं किया तो हमारे प्रदेश के जितने भी संगठन संचालित हैं। सभी लोगों ने बड़े मनोयोग से धरना प्रदर्शन किया। यहां तक की लखनऊ में टेंटो की कमी पड़ गई थी। लेकिन उसके बावजूद भी आंगनबाड़ी के प्रमुख पार्टियों ने मजबूती के साथ धरना प्रदर्शन किया। अब यहां  विचारणीय बात यह है कि धरना प्रदर्शन 8 दिन 10 दिन तक चला और एक पीसीएस या आईएएस अफसर आकर के नेताओं को जूस पिलाता है, और वादा करके सरकार के तरफ से धरना प्रदर्शन खत्म करा कर चला जाता है। पुनः हमारे आंगनबाड़ी के नेता हार नहीं मानते और माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात करते हैं। जो नेता 18000 दिलाने की बात करते थे, 15 00 सो रुपए पर भी बात मान जाते हैं। लेकिन सरकार अपना वादा पूरा नहीं करती। बड़े दुख के साथ कहना पड़ता है, मैं यह सोचता हूं कि या तो मेरे नेताओं में कमी है? या सरकार में कमी है?  ग्रुप में हमारे भाई बहन इस बात को बताने की कृपा करें। लेकिन तर्कसंगत तो शायद मेरे भी समझ में कुछ आ जाए। आगे क्या रणनीति बनानी होगी और इस वादा खिलाफ सरकार को सबक सिखाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं को ही नहींआंगनवाड़ी संगठनों को भी एकजुट होना होगा जिसके लिए एक बार फिर से सभी आंगनवाड़ी संगठनों को एक बैनर के नीचे लाने के लिए प्रयास करना होगा जिसके लिए उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ जल्द ही लखनऊ में एक बैठक कर सभी आंगनवाड़ी संगठनों को एक बार आगे लाने का प्रयास किया जाएगा इतना ही नहीं सरकार एवं निदेशालय की गलत नीतियों के चलते आंगनबाड़ियों का समायोजन समय पर नहीं हो पाया और न ही आंगनवाड़ी सहायिकाओं का प्रमोशन आनन-फानन में विज्ञप्ति जारी करने के आदेश दिए गए लेकिन शुक्र रहा कि प्रदेश में पंचायत चुनाव के चलते आचार संहिता लगा दी गई अन्यथा हमारी आंगनवाड़ी बहनों के साथ बड़ी नाइंसाफी होगी उनका समय पर समायोजन नहीं होता और ना ही सहायकों का प्रमोशन होता आंगनबाड़ियों का प्रमोशन आज तक रुका हुआ है सुपरवाइजर की सूची आज तक रुकी हुई है और अधिकारियों की मनमानी आ रही है अब बाकी जहां उत्तर प्रदेश सरकार में हर कोई परेशान है लेकिन सरकार 4 साल बेमिसाल का नारा देने में आज भी व्यस्त है यदि सही मायने में कहा जाए कि 4 साल आंगनवाड़ी बेहाल तो झूठ नहीं होगा  जहां प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के चलते हर कोई परेशान है किसान हो या मजदूर व्यापारी संविदा कर्मी हो जा वेतन भोगी हर कोई परेशान है सबसे ज्यादा बुरा हाल इन 4 सालों में आंगनबाड़ियों का हुआ है पिछले 1 वर्ष से देश करुणा से लड़ रहा है और प्रदेश में क्या पूरे देश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने इस लड़ाई में बढ़ चढ़कर भाग लिया उसका सिला जो आंगनबाड़ियों को मिला हुआ आप सबके सामने हैं मानदेय वृद्धि तो क्या जिस सम्मान की हकदार थी वो सम्मान भी नहीं मिला करो ना ही क्या निर्वाचन आयोग के काम हो या फिर किसी भी अन्य काम ऐसा कौन सा विभाग है जिसके कार्य आंगनवाड़ी के लिए जाती लेकिन उनको मानदेय देने के नाम पर सरकार के पास फूटी कौड़ी नहीं बस्ती या यूं कहिए कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को देखा जाए तो वेतन भोगी होने की हकदार है लेकिन सरकार उन्हें वेतन भोगी तो क्या बनाएं गांव में उनका फजीता कराने की स्थिति में कभी पोस्टर बंद कर देती है कभी दूध देती है कभी भी देखिए कभी अन्य सामान और वह भी शत-प्रतिशत लाभार्थियों को नहीं जाया जाता 20 30 परसेंट का ही आता है और वह भी समय पर नहीं आता ऐसे में लाभार्थियों द्वारा अनावश्यक रूप से जानकारी का अभाव में उनकी शिकायत की जाती है उनको लगता है कि आपका  राशन आया था आंगनबाड़ियों के द्वारा उनको नहीं दिया जा रहा है जिससे वे आयोजन शिकायतें करते रहते हैं इससे शिकायतों का दौर बड़ा है और आंगनवाड़ी की छवि में भी गिरावट आई है या आंगनवाड़ी देश में सभी विभागों को कार्य करें विभागों की छवि सुधारने के उद्देश्य की भागीदारी कर रही है वही जानबूझकर एक षड्यंत्र के तहत उनकी छवि को धूमिल करने का षड्यंत्र प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे में सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि जो भी सामग्री प्रदेश सरकार द्वारा नहीं की जाती है उसके विषय में अपने केंद्र सूची को अपनी लाभार्थियों को अवगत करा कर अपनी छवि को बचाएं अन्यथा आप को बदनाम करने में कोई कसर नहीं डाल रही है और ना ही आपको कुछ देने के मूड में है अनपढ़ महिलाओं का समूह जो कि मात्र केवल कागजों में ही सीमित है उसको सभी जिम्मेदारी दी जाती है जिनको यह भी पता नहीं कहां से राशन  आएगा अनपढ़ समूह की महिलाएं ईमानदार जिनका सा मूवी केवल अभिलेखों में चल रहा है और बेईमान है तो सिर्फ आंगनवाड़ी सरकार की नजर में जो अपने विभाग के साथ-साथ अनेकों विभाग का काम करती है और वह भी एक मनरेगा के मजदूर से भी कम मजदूरी देने के लिए नहीं है बड़े दुर्भाग्य की बात है महिलाओं से काम तो लिया जा रहा है लेकिन एक मनरेगा की मजदूरी देने के लिए सरकार के पास धन नहीं है यह सरकार देना नहीं चाहती और ऊपर से कार्यक्रमों का आयोजन करती है 4 साल बेमिसाल धिक्कार है ऐसी सरकार पर मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगी 4 साल आंगनवाड़ी बेहाल बेहाल बेहाल

श्रीमती चौधरी ने उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी का कर्मचारी संघ की बैठक की डेट की घोषणा जल्द ही करने की बात अपने प्रेस नोट में कहीं आपकी जल्दी लखनऊ मुख्यालय पर आयोजित की जाएगी बैठक जिसके लिए सभी संगठनों को भेजा जाएगा न्योता

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