सी एम डी एम के आदेशों पर भारी लेखपाल भ्रष्टाचार--- उपेंद्र चौधरी
आपको बता दें कि जहां प्रदेश के सीएम भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए आदेश दिए हैं कहा है की किसी भी तरह की सरकारी जमीनों पर कब्जा नहीं होगा किसी भी तरह के अवैध उगाही नहीं की जाएगी उन्हें के आदेशों का पालन करते हुए डीएम शामली ने भी अपने दिनेश कर्मचारियों को आदेश दिया है कि किसी भी तरह की प्राप्त शिकायत का समय से निस्तारण करे जिसके लिए शामली जनपद प्रथम स्थान भी प्राप्त कर चुका है लेकिन प्रथम स्थान कैसे प्राप्त किया यह तो प्रशासन ही जाने लेकिन यह सच है कि तहसील शामली के गांव टिटौली में कार्यरत लेखपाल दिलशाद की कार्यप्रणाली आज कलवा की चर्चाओं में है जबसे उन्होंने गांव में चार्ज लिया है तब से लेकर आज तक रास्ता चकरोड संबंधी शिकायत रही हो या तालाब की शिकायत रही हो या फिर उनके कार्यकाल में बंजर पर अवैध कब्जे रही हो या वन विभाग की जमीन पर नई बस्ती पर या फिर शामली के व्यापारियों से मिलकर हरिजन कॉलोनी की जमीन दबाने का प्रकरण हो या 2 गांव की गलियों पर ही अवैध कब्जे की क्यों ना बात हो या फिर तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा नई प्रति की जमीन पर कब्जा पर अवैध कब्जा हो या तालाब के आवंटन पर हस्ताक्षर करने का प्रकरण अब तो देखे खतौनी का निर्माण हेतु पटवारी के लिए वरदान साबित हो रहा है खतौनी में नाम दर्ज करने के लिए ₹1000 से लेकर ₹4000 तक वसूले जा रहे हैं एक नई नई पंचायत चुनाव के मद्देनजर बनाए जाने वाले मूवी जाति प्रमाण पत्र मैं भी जमकर अवैध वसूली की जा रही है जो पैसे नहीं देता उसके प्रमाण पत्र निरस्त कर दिए जाते हैं और कहा जाता है कि गांव से पता लगाएं गांव का नहीं है किसी भी प्रकार के आवेदन की जांच गांव में मौके पर आकर पता कर जो आधार कार्ड लगा है उसे जांच कर जांच करने का का प्रावधान है लेकिन इस पटवारी के द्वारा केवल पैसा ही मानक बना लिया गया जिसके चलते कोई भी किसी तरह की जांच नहीं की जाती और नहीं ना ही कोई किसी तरह की बंजर जमीन खाली कराने का सरकारी जमीनों का जो अवैध कब्जे किए गए हैं उनसे केवल वसूली का कार्य किया जा रहा है या यूं कहिए कि सीएमओ डीएम की सभी आदेशों को ताक पर रखकर अपनी मनमर्जी करने में लगा है हल्का लेखपाल जिसकी अनेकों शिकायत ऑनलाइन पोर्टल पर की जा चुकी है लेकिन दुर्भाग्य देखिए सभी नियम कानूनों को दरकिनार करते हुए दोषी की शिकायत दोषी को सौंप दी जाती है अब आप अंदाजा लगाया जा सकते हैंकि किस तरह की जांच हो रही होगी अब देखना यह होगा कि आने पर शिकायत होने के बावजूद भी सीएम ओर डीएम कब तक उक्त भ्रष्टाचार में डूबे लेखपाल पर कार्रवाई नहीं करते और कब तक चलती रहती है भ्रष्ट लेखपाल की यही कार्यप्रणाली लेकिन अब तो ग्रामीण खुलकर बोलने लगे हैं कि भाजपा सरकार जहां भ्रष्टाचार खत्म करने का दावा कर रहे हैं वही भ्रष्टाचार को मिला है कि बढ़ावा एक लेखपाल जब अपने दिन भर मर्जी पर उतारू हो सकता है तो देख सकते हैं अन्य अधिकारियों का हाल क्या होगा अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जहां लगभग गांव में 1000 से ज्यादा घर है उनके घरों ने में उप लेखपाल द्वारा कितना धन बटोरा गया होगा और उक्त धन का बटवारा किन-किन अधिकारियों कर्मचारियों होगा यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है इसी बात से कि उक्त लेखपाल पर आज तक क्यों नहीं हो रही कार्रवाई जब उक्त के विरुद्ध ऑनलाइन भी की जा चुकी है शिकायत है अब आगे क्या होगा तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन इतनी बातें हैं कि ऐसे भ्रष्ट लेखपालों पर यदि कोई कार्रवाई नहीं हुई तो जहां प्रदेश सरकार की छवि को खराब होगी होगी वर्तमान में जिले में कार्यरत थी हम जो कि अपने द्वारा किए जा रहे कार्य के लिए आजकल सभी के लिए प्रेरणादायक डीएम बनी हुई है उसके कार्यकाल में एक ऐसे भ्रष्ट लेखपाल द्वारा इतना बड़ा भ्रष्टाचारी खेल खेला जा रहा है उनके द्वारा कोई कार्रवाई न किया जाना भी एक बड़ा सवाल है आज एक बार फिर कुंडू खाप उत्तर प्रदेश चौधरी ऑनलाइन शिकायत करते हुए मुख्यमंत्री से इस भ्रष्ट लेखपाल से राम की टिटौली को आजादी दिलाने की मांग करते हुए इसके विरूद्ध जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है